''प्रीत करियो तो ऐसे करियो जैसे कपास,जीते जी तन ढाँके, मरने पर भी ना छोड़े साथ.''
''प्रेम-प्रेम सब करे, प्रेम ना जाने कोय,जो आठों पहर बहे, सो ही प्रेम हो.''
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